मुंबई। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के सांगली जिले का दौरा किया. इसके बाद एक तरह से आगामी विधानसभा चुनाव अभियान का नारियल फोड़ दिया गया, जिसकी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर व्यक्त की गयी। हालांकि इस दौरे में शिवसेना (ठाकरे) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कुछ अन्य नेता अनुपस्थित रहे। लेकिन महाविकास अघाड़ी के बाकी दल के नेता मंच पर थे। राहुल गांधी ने देश की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति को जिस प्रकार से स्पष्ट किया उससे सत्तारूढ़ दल में बेचैनी छा गई है। उन्होंने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा, पहले आप गलती करें और फिर माफी मांगने का समय आ जाए। राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र के डीएनए में कांग्रेस है, जिससे कांग्रेस और कार्यकर्ताओं को ताकत मिलेगी। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान सांगली निर्वाचन क्षेत्र पूरे राज्य में मशहूर हो गया था. कांग्रेस का गढ़ रहे इस जिले में एक बार फिर कांग्रेस का सांसद बना. अब जब विधानसभा की बयार चल रही है, तो ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि सांगली का चुनाव फिर से लोकसभा की तरह दिलचस्प होगा। लोकसभा चुनाव के दौरान यहां कांग्रेस एकजुट होकर लड़ी और जीत हासिल की. विधान सभा में वह प्रयोग दोहराया जाएगा या नहीं, इस पर अब लोगों का ध्यान है. बहरहाल आज की तस्वीर ये है कि सांगली दिल्ली तक खबरों में बना रहेगा। वहीं राहुल की यात्रा ने पश्चिमी महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक नई ऊर्जा और ताकत दिया है और कार्यकर्ता भी रिचार्ज हो गये हैं।
पश्चिमी महाराष्ट्र में राहुल गाँधी की यात्रा से कांग्रेस को मिली एक नई ऊर्जा
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