चक्रधरपुर रेल मंडल में ट्रेनों के लेट चलने से यात्री बेहद परेशान है। ऊपर से एक ही पटरी पर तीन ट्रेनों के सामने आ जाने से भी यात्री भयभीत है। रेलवे की कार्यप्रणाली से यात्रियों में भारी गुस्सा है। ऐसा ही एक नजारा बुधवार शाम को चक्रधरपुर रेल मंडल के गम्हरिया रेलवे स्टेशन के पास देखने को मिला है। यहां कंटाबांजी – हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस को रेलवे ने तकरीबन एक घंटे तक रोक दिया ।
चारों ट्रेनें 200-200 मीटर के फासले पर खड़ी थी
ट्रेन से बाहर उतरकर जब यात्रियों ने देखा तो उनके होश उड़ गए। इस्पात एक्सप्रेस के ठीक सामने एक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी थी। यात्रियों ने जब अपनी नजरें और तेज की तो देखा की इस्पात एक्सप्रेस जिस पटरी पर खड़ी है उसी पटरी पर चार ट्रेनें खड़ी थी। चारों ट्रेनें 200-200 मीटर के फासले पर खड़ी थी। यात्री इस बात से घबरा गए की उनकी ट्रेन दुर्घटना से बच गयी।
इसके बाद ट्रेन हादसे की आशंका से एक एक कर यात्री ट्रेनों से उतर गए और हंगामा मचाने लगे। साथ ही साथ एक ही पटरी पर आमने सामने दिख रहे ट्रेनों की तस्वीर लेने लगे।
यात्रियों ने बताया की एक ही पटरी पर चार ट्रेनें थी। पहले एक मालगाड़ी, उसके पीछे यात्रियों से भरी वंदे भारत एक्सप्रेस, उसके पीछे इस्पात एक्सप्रेस और इसके बाद उसके पीछे एक और मालगाड़ी खड़ी थी। सभी ट्रेनों के बीच महज 200 मीटर का फासला था।
इस्पात एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्री इस बात से नाराज थे की पहले से ही उनकी ट्रेन काफी लेट चल रही थी और उसके बाद गम्हरिया में ट्रेन इतनी देर रोक दी गयी की ट्रेन पांच घंटे लेट हो गयी थी।
कंटाबांजी से खुली इस्पात एक्सप्रेस ट्रेन मात्र तीन मिनट लेट से खुली थी। लेकिन राउरकेला पहुंचने पर इस्पात 1 घंटा 12 मिनट लेट हो गयी, इसके बाद मनोहरपुर में 1 घंटा 22 मिनट लेट पहुंची, इसके बाद चक्रधरपुर में 1 घंटा 44 मिनट देर से पहुंची।
यात्रियों ने खूब किया हंगामा
हद तो तब हो गयी जब इस्पात एक्सप्रेस टाटानगर स्टेशन पहुंचने में पांच घंटे लेट हो गयी थी। काफी देर तक गम्हरिया स्टेशन के पास इस्पात एक्सप्रेस को रोके जाने से यात्री काफी गुस्से में थे। गुस्साए यात्रियों ने ट्रेन के लोको पायलट को निशाने पर ले लिया और उनको खूब खरी खोटी सुनाई।
यात्रियों का कहना था कि ट्रेने में बच्चे बूढ़े बुजुर्ग और मरीज है। ट्रेन के जहां तहां रूकने से सभी की हालत ख़राब है। हालांकि यात्री इस बात से भी परेशान और भयभीत नजर आये की एक ही पटरी में इतनी करीब ट्रेन कैसे आ गयी।
चक्रधरपुर रेल मंडल में यात्रियों की हालत ऐसी है की यात्री भय और गुस्से के साथ ट्रेनों में सफ़र कर रहे है। हाल ही में चक्रधरपुर रेल मंडल में लोगों ने मुंबई मेल हादसे को देखा है। ऐसे में यात्री चक्रधरपुर रेल मंडल में ट्रेनों के बेतरतीब परिचालन से बेहद नाराज है।