भोपाल। राजधानी भोपाल की मिसरोद थाना पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ एफसीआई का फर्जी दस्तावेज दिखा कर छिदवाड़ा की एक फर्म से 40 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला कायम किया है। हेरा फेरी की यह वारदात साल 2020 की है, जिसकी शिकायत साल 2022 में की गई थी। लंबी जांच के बाद आखिरकार एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा के रहने वाले फरियादी अरुण साहू ने लिखित शिकायती आवेदन देते हुए बताया था, कि भोपाल के मिसरोद क्षेत्र में स्थित मालवीय ट्रेडर्स के मालिक अरुण मालवीय और तरुण मालवीय ने उन्हें एफसीआई का एक दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि उनकी एफसीआई से डील है, कि वो एफसीआई से कितनी भी क्वांटिटी में गेहूं ले सकते है। बाद में 2020 में मालवीय ट्रेडर्स के दोनों मालिकों अरुण और तरुण मालवीय की छिंदवाड़ा के ट्रेडर्स से सौदेबाजी तय हुई। मालवीय ट्रेडर्स के दोनों मालिकों ने फरियादी अरुण साहू को 40 लाख रुपए में 50 हजार टन गेहूं दिलवाने का झासा दिया और अपने अलग अलग खातों में 40 लाख रुपए डलवा लिए। पैसे डालने के बाद फरियादी अरुण साहू ने जब गेहूं सप्लाई की बात कही, तो दोनों आरोपी उन्हें टालते रहे। लंबे समय तक माल और पैसा ना मिलने पर अरुण साहू ने 2 साल बाद 2022 मामले की शिकायत मिसरोद थाने में की। 2022 से जारी जांच के बाद मिसरोद पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस का कहना है, कि आरोपियों ने फरियादी को जो एफसीआई का सर्टिफिकेट दिखाया जांच के दौरान एफसीआई ने उसे फर्जी बता दिया। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। वहीं जांच के आधार पर फर्जी दस्तावेज से संबंधित धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी।
एफसीआई का फर्जी दस्तावेज दिखा कर ठगे 40 लाख
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