Home देश उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप, पहाड़ी राज्यों से मैदानी इलाकों तक असर

उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप, पहाड़ी राज्यों से मैदानी इलाकों तक असर

by News Desk

हिमाचल प्रदेश की निचली पहाड़ियों में तीव्र शीत लहर चल रही है। स्थानीय मौसम विभाग ने सोमवार से चार दिनों के लिए बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी जिलों में गंभीर ठंड के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में भी हल्की बारिश से तापमान गिरा है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में इन राज्यों में तापमान और गिरने का अनुमान लगाया है।

कश्मीर घाटी में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हिमपात के कारण कई जगहों पर तापमान लगातार जमाव बिंदु से नीचे बना हुआ है। पहाड़ी राज्यों में क्रिसमस से पहले हिमपात होने से पर्यटकों में उत्साह बढ़ गया है। हालांकि स्थानीय जनजीवन इसके कारण प्रभावित भी हो रहा है। मंगलवार को भी पूरी कश्मीर घाटी में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे बना रहा। सोमवार रात को पहलगाम का न्यूनतम तापमान माइनस 7.8 डिग्री सेल्सियस रहा और यह कश्मीर का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा।

वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत पर हल्का हिमपात हुआ
श्रीनगर में भी पारा माइनस 6.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, लेकिन जम्मू में दिन में कुछ राहत है। सोमवार को माता वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत पर हल्का हिमपात हुआ था। इधर दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा में हिसार और राजस्थान में चुरू राज्य में सबसे ठंडे स्थान रहे।

शिमला सहित कई जगहों पर दूसरे दिन भी हिमपात, 226 सड़कें बंद
हिमाचल में शिमला सहित ऊंचे क्षेत्रों में मंगलवार को भी हिमपात हुआ। इस कारण तीन एनएच सहित 226 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गईं हैं। शिमला में हवाई सेवाएं भी बाधित हैं। नारकंडा व कुफरी में करीब आधा फीट, शिमला में तीन इंच हिमपात हुआ। मौसम विभाग ने 25 व 26 दिसंबर को ऊंचे क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हिमपात व वर्षा की संभावना जताई है, साथ ही छह जिलों में शीतलहर के साथ घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। वहीं, लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमपात के कारण बंद सड़कों को मौसम के साफ होने पर खोल दिया जाएगा।

उत्तराखंड में जोरदार बर्फबारी, गंगोत्री समेत चार राजमार्ग रहे बाधित
उत्तराखंड में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून व पिथौरागढ़ जिले में ऊंचाई वाले स्थानों पर सोमवार दोपहर से शुरू हुई हिमपात का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। हिमपात के कारण उत्तरकाशी में गंगोत्री राजमार्ग, रुद्रप्रयाग में ऊखीमठ-चोपता और चमोली में जोशीमठ-बदरीनाथ और जोशीमठ-मलारी राजमार्ग बाधित रहे। बदरीधाम व केदारनाथ धाम में दो फीट तक बर्फ जम चुकी है। गंगोत्री व यमुनोत्री के प्रवास स्थल भी बर्फ से लकदक हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, शुक्रवार और शनिवार को प्रदेश में मौसम फिर करवट ले सकता है।

राजस्थान और पंजाब में बारिश से बढ़ी सर्दी
राजस्थान में मंगलवार को भी हल्की बारिश हुई। इस कारण तापमान में गिरावट हुई और पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया है। ठिठुरन बढ़ने के साथ सुबह काफी देर तक कोहरा छाया रहा। अलवर में दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही। जयपुर और जोधपुर में कोहरे का असर दिखाई पड़ा है।

मौसम विभाग ने गुरूवार से फिर बारिश की संभावना जताई है। उधर पंजाब में अगले तीन दिन 27 दिसंबर तक शीतलहर चलने व घनी धुंध पड़ने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कई जिलों में हल्की वर्षा भी हो सकती है। पठानकोट में न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

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