इटारसी। रविवार शाम इटारसी-मुबंई अप ट्रेक से जा रही 20104 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई। जानकारी के अनुसार ट्रेन में लगे जनरेटर कार का टैंक रेलवे गेट पर लगे चकरेल से टकरा गया और फूट गया। इस कारण टैंक से डीजल बहने लगा।
घटना की जानकारी होते ही ट्रेन को रेलवे गेट पर रोका गया, इसके बाद मौके पर इंजीनियरिंग एवं पीडब्लयूआई विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचे। इस वजह से ट्रेन करीब दो घंटे तक वहीं खड़ी रही। ट्रेन के देर तक रुकने के कारण यात्री काफी परेशान हुए।
दरअसल, धर्मकुंडी-बनापुरा के बीच 20104 गोरखपुर एक्सप्रेस में लगे जनरेटर कार का डीजल टैंक चकरेल से टकरा गया था, इससे डीजल बहने लगा। हादसे की वजह से ट्रेन को रोका गया। इस समस्या को लेकर बानापुरा के एक अधिकारी ने बताया कि टैंक क्षतिग्रस्त हुआ है। रेलवे सूत्रों के अनुसार एलएचबी कोच वाले रैक में लगने वाले जनरेटर कार के निचले हिस्से में लगे डीजल टैंक के चकरेल से टकराने से टैंक फूट गया। इसके बाद डीजल बहने लगा।
ट्रेन के रुकने से शिवपुर रेलवे गेट पर भी दोनों तरफ से सैकड़ों वाहन फंस गए, जिससे राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। घटना रविवार शाम करीब 5:30 बजे की है। ट्रेन के रूकने के कारण पीछे से आने वाली अन्य ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ।
कैसे फटा डीजल टैंक?
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि ट्रेन के निकलने के दौरान लोहे की कोई वस्तु टकराई होगी, जिसके बाद जनरेटर कार का टैंक फूट गया। रेलवे अधिकारियों ने इस संबंध में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं दी है। हालांकि, रेलकर्मियों ने बताया कि रेलवे फाटक के आसपास पांच छह मीटर में रेलवे ट्रेक के टुकड़े लगाए जाते हैं, इसके ही चकरेल कहा जाता है। इसी से टकराने के बाद टैंक फूटा है।
गौरतलब है कि आला अधिकारी अभी घटना को लेकर कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं। बानापुरा के रेलवे अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है। बानापुरा स्टेशन से ट्रेन छूटने के बाद रेलवे गेट पर हादसा हो गया। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी खराबी आने के कारण ट्रेन को रोका गया। ट्रेन अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही है।