Home राज्यमध्यप्रदेश तीन से चार बार आईएएस अफसरों को बदला, अब जनवरी में फिर सर्जरी, मोहन के एक साल के कार्यकाल में एक ही स्थान पर नहीं टिक सके अधिकारी

तीन से चार बार आईएएस अफसरों को बदला, अब जनवरी में फिर सर्जरी, मोहन के एक साल के कार्यकाल में एक ही स्थान पर नहीं टिक सके अधिकारी

by News Desk

भोपाल: मोहन सरकार के एक साल के कार्यकाल में आईएएस अफसर एक ही स्थान पर ज्यादा समय तक नहीं टिक सके हैं। इस दौरान कई अफसरों के चार से पांच बार तक ट्रांसफर किए गए। अब जनवरी के पहले सप्ताह में फिर प्रशासनिक सर्जरी किए जाने की अटकलें हैं। यहां तक की सीएम सचिवालय में भी अफसर बार-बार बदलते रहे हैं। वैसे सीएम सचिवालय में अफसरों की भरमार है फिर भी सलाहकार और ओएसडी बनाने का सिलसिला थमा नहीं है। 

मप्र में सालों बाद एक साल के भीतर 400 से अधिक आईएएस, 200 आईपीएस और करीब 100 आईएफस के ट्रांसफर किए गए। इनमें आईएएस अफसरों के सबसे ज्यादा तबादले किए गए। कई आईएएस तो एक ही स्थान पर सिर्फ तीन से चार माह ही रह सके और उन्हें बदल दिया गया। सबसे ज्यादा पांच बार मनीष रस्तोगी, मनीष सिंह, चार बार संजय कुमार शुक्ला, अनिरुद्ध मुकर्जी, उमाकांत उमराव, कुमार पुरूषोत्तम आदि का ट्रांसफर किया गया। डॉ नवनीत कोठारी का चार बार, तरुण राठी का तीन बार, विवेक पोरवाल का चार बार, मनोज पुष्प का चार बार, रौशन सिंह का तीन बार, डॉ. सुदाम खडेÞ का चार बार, संजय दुबे का तीन बार, इलैया राजा टी का तीन बार, किशोर कुमार कन्याल का तीन बार, लोकेश कुमार जाटव का तीन बार ट्रांसफर किया गया। मनीष सिंह को जनसंपर्क आयुक्त से हटाने के बाद रजिस्ट्रार उपभोक्ता, आयुक्त गृह निर्माण मंडल और अब परिहन विभाग का अपर सचिव बनाया गया है।

एसीएस गृह के रूप में पदस्थ रहे डॉ. राजेश राजौरा को पहले एसीएस जल संसाधन एवं उपाध्यक्ष एनवीडीए के बाद सीएम सचिवालय में अपर सचिव बनाया गया और जल संसाधन सहित एनवीडीए तथा लोक सेवा प्रबंधन का अतिरिक्त चार्ज सौंप रखा है। संदीप यादव को भी तीन बार बदला गया और वर्तमान में ये प्रमुख सचिव स्वास्थ्य की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। डॉ. नवनीत कोठारी का तीन बार ट्रांसफर करने के बाद चौथी बार उन्हें सचिव एमएसएमई और आयुक्त उद्योग की कमान सौंप रखी है। एसएन मिश्रा को भी तीन बार बदला गया और बाद में फिर से गृह विभाग की कमान दे दी गई। उन्हें दोबारा से परिवहन विभाग का काम दिया गया। मनीष रस्तोगी शिवराज सरकार में पीएस वित्त के बाद सीएम के प्रमुख सचिव बनाए गए। वहां से हटाकर विज्ञान एवं प्रौद्यागिकी फिर जीएडी और अब वित्त विभाग का पीएस बना दिया गया। केसी गुप्ता को भी तीन बार बदला गया। पहले उच्च शिक्षा, पीडब्ल्यूडी और अब राजभवन में पहली बार एसीएस स्तर के अधिकारी को पदस्थ कर दिया गया। सुखवीर सिंह तथा अमित राठौर के भी तीन-तीन बार ट्रांसफर किए गए। एसीएस मनु श्रीवास्तव के भी तीन बार ट्रांसफर किया गया। वहीं, पीएस पर्यटन एवं संस्कृति की जिम्मेदारी संभाल रहे शिवशेखर शुक्ला का एक बार भी ट्रांसफर नहीं हुआ है। 

फील्ड में भी ज्यादा दिन नहीं टिके अफसर 

फील्ड में कलेक्टर और कमिश्नर बनाए गए अधिकारियों को बाद-बार बदला गया, लेकिन सीधी भर्ती की आईएएस नेहा मारव्या को अभी तक कलेक्टर नहीं बनाया गया, जबकि उनसे जूनियर 2012, 2013, 2014 और 2015 बैच के आईएएस कलेक्टर बनाए जा चुके हैं। उधर, जूनियर अफसर ऋषि गर्ग जैसे कई अफसरों का तीन बार बदला गया। यानि फील्ड में एक साल के दौरान अधिकारियों के दो से तीन बाद ट्रांसफर किए गए। इनमें अदिति गर्ग, प्रीती मैथिल, अमनबीर सिंह, अनुराग चौधरी, स्वतंत्र कुमार सिंह, अनुभा श्रीवास्तव आदि के नाम शामिल हैं। 

अब जनवरी में फिर होंगे ट्रांसफर 

राज्य सरकार ने हाल ही में सचिव से प्रमुख सचिव के दो पदों पर पी नरहरि और नवनीत कोठारी को प्रमोट किया है, वहीं अपर सचिव से सचिव के पद पर 18 अधिकारियों को प्रमोशन के लिए डीपीसी हुई हैं। इनके प्रमोशन आदेश के साथ ही नई पोस्टिंग के आदेश जनवरी के पहले सप्ताह में किए जाएंगे, वहीं 33 आईएएस को अपर सचिव बनाया जाएगा। इस तरफ फिर एक प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी सरकार ने कर ली है। 

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