इंदौर/धार: मध्य प्रदेश के पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के कचरे को जलाने के खिलाफ आंदोलन ने जोर पकड़ लिया है, जहां प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया है. इसी बीच कुछ लोगों ने खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह करने की कोशिश की है. जानकारी के मुताबिक पीथमपुर बस स्टैंड पर चल रहे प्रदर्शन के दौरान कुछ युवकों ने खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया, जिसके बाद जैसे ही उन्होंने आत्मदाह किया, पुलिस और अन्य सुरक्षा दलों ने आनन-फानन में आग बुझाई और युवकों को तितर-बितर किया।
मामला इस प्रकार है
करीब 40 साल बाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा पीथमपुर लाया गया है, जहां अब इसे पीथमपुर की रामकी कंपनी में नष्ट किया जाएगा. वहीं, पीथमपुर में इस कचरे को नष्ट किए जाने पर लोगों ने आपत्ति जताई है, जहां इसे लेकर लगातार विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है. पीथमपुर में कचरा जलाने के खिलाफ युवाओं द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, जहां बड़ी संख्या में युवा विरोध प्रदर्शन के लिए बस स्टैंड पर बैठे हैं।
इन युवाओं की मांग है कि भोपाल से आने वाले कचरे को कहीं और जलाया जाए। बस स्टैंड पर प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने बताया कि हम लंबे समय से ये लड़ाई लड़ रहे हैं, पिछले 4 महीने से हम सड़क पर हैं। हमने कहा कि चाहे हमारी जान चली जाए लेकिन हम इस कचरे का निपटान पीथमपुर में नहीं होने देंगे, हमारी लड़ाई ये है कि इस रामकी वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी को कहीं और ले जाया जाए, ऐसी जगह जहां कई किलोमीटर तक कोई रिहायशी इलाका न हो।
युवाओं ने कहा कि औद्योगिक कचरे की वजह से पीथमपुर में पहले ही फसलें खराब हो रही हैं और अगर अब इस कचरे का निपटान यहां किया गया तो पीथमपुर की फसलें ही नहीं बल्कि पेड़ भी खराब हो जाएंगे।