सिडनी। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम ऑस्ट्रेलिया ने खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में मिली हार पर निराशा जतायी है। मेजबान टीम ने सीरीज 3-1 से जीतकर एक दशक के बाद इस ट्रॉफी पर कब्जा किया है। इसे को लेकर जब कोच गौतम गंभीर से कहा गया कि आपकी टीम हार गयी तो वे बोले कि ये मेरी या आपकी नहीं बल्कि भारतीय टीम है।
गंभीर ने मीडिया से कहा, देखिए ये ना मेरी टीम है और ना आपकी टीम है. ये हमारे देश की टीम है। इस टीम को आगे लेकर जाना ही हमारा एक मात्र लक्ष्य है। भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी ईमानदार हैं और मैं अपने को खुशकिस्मत मानता हूं जो ऐसी टीम के साथ काम कर रहा हूं। खिलाड़ियों को पता है कि उनके अंदर जीत की कितनी भूख है और इससे टीम को कितना लाभ पहुंचने वाला है। वे भी टीम की भलाई के लिए कम करने हमेशा तैयार रहते हैं। कोच के तौर पर मेरा काम सबके साथ एक जैसा बर्ताव करना है। अगर मैं किसी एक दो खिलाड़ी के साथ अच्छा व्यवहार करता हूं और अन्य के साथ अलग तरह से व्यवहार करता हूं तो यह मेरे काम के साथ न्याय नहीं होगा। कोच के तौर पर मेरा काम हर एक खिलाड़ी चाहे वो नया हो या सीनियर या फिर वो जिसने अब तक भारत के लिए नहीं खेला के साथ समाना व्यवहार करना रहेगा। भारतीय टीम सीरीज के पहले मैच को छोड़कर अन्य सभी मैचों में बड़ा स्कोर बनाने में विफल रही। उसके प्रमुख बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली भी सीरीज में रन नहीं बना पाये जिससे टीम के अन्य बल्लेबाजों पर भी दबाव रहा।
ये मेरी या आपकी नहीं बल्कि देश की टीम : गौतम गंभीर
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