लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के एक औद्योगिक क्षेत्र में तरलीकृत पेट्रोलियम गैस से भरे एक टैंकर में विस्फोट हो गया। इस दौरान हादसे में एक नाबालिग लड़की सहित कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 31 अन्य घायल हो गए। इस घटना की जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी।
बचाव अधिकारियों के अनुसार, यह घटना मुल्तान के हामिदपुर कनोरा इलाके में औद्योगिक एस्टेट में हुई। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को एलपीजी टैंकर में विस्फोट होने से भीषण आग लग गई, जिसके कारण क्षतिग्रस्त वाहन का मलबा आस-पास के रिहायशी इलाकों में जा गिरा, जिससे काफी नुकसान हुआ।
पंजाब प्रांत में हुआ LPG टैंकर में ब्लास्ट
बचाव अधिकारियों ने बताया कि दस से ज़्यादा अग्निशमन वाहनों और फोम आधारित अग्नि शमन यंत्रों की मदद से कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
शुरू में बताया गया था कि इस घातक विस्फोट में कुल पाँच लोगों की मौत हो गई है। हालाँकि, बचाव अधिकारियों द्वारा विस्फोट से क्षतिग्रस्त हुए एक घर से एक और शव बरामद किए जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई।
पुलिस ने बताया कि विस्फोट स्थल के आसपास के कम से कम 20 घर पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गए, जबकि 70 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए।
मुल्तान के सिटी पुलिस अधिकारी (सीपीओ) ने बताया कि आग में कई घर नष्ट हो गए और मवेशी भी मारे गए।
पूरे क्षेत्र में फैली गैंस की गंध
उन्होंने कहा कि औद्योगिक एस्टेट में खड़े टैंकर ट्रक के एक वाल्व से गैस लीक हो रही थी। उन्होंने कहा कि टैंकर में विस्फोट होने से पहले ही गैस की गंध आने पर इलाके में मौजूद कुछ लोग बाहर निकल गए थे।
आगे बताया कि टैंकर से गैस का रिसाव जारी है, जिसके कारण अधिकारियों को इलाके को खाली कराना पड़ा। घायलों में से 13 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जिला आपातकालीन अधिकारी ने पुष्टि की कि निश्तार अस्पताल में आपातकाल घोषित कर दिया गया है, जहाँ घायलों का इलाज चल रहा है।
सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आस-पास के इलाकों में तलाशी अभियान जारी है। एहतियात के तौर पर इलाके में बिजली और गैस की आपूर्ति रोक दी गई है, हालांकि मुल्तान-मुजफ्फरगढ़ रोड को अब यातायात के लिए खोल दिया गया है।
इस बीच, स्थानीय लोगों को विस्फोट स्थल से दूर रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि विस्फोटित टैंकर से निकली गैस हवा में फैली हुई है।
कैसे हुआ हादसा?
बाद में पुलिस ने खुलासा किया कि घटनास्थल की पहचान एक अवैध एलपीजी रिफिलिंग गोदाम के रूप में की गई थी और रिफिलिंग ऑपरेशन के दौरान विस्फोट हुआ था। उन्होंने कहा कि एलपीजी को एक बड़े गैस बाउजर से छोटे बाउजर और साइट पर वाणिज्यिक सिलेंडर में स्थानांतरित किया जा रहा था।
पुलिस ने आगे बताया कि बड़े गैस बाउजर में कथित तौर पर तस्करी की गई एलपीजी रखी गई थी। उन्होंने बताया कि विस्फोट में गोदाम में मौजूद पांच छोटे और बड़े गैस बाउजर नष्ट हो गए।