टेस्ला के मालिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक एलन मस्क ने हाल ही दावा किया है कि 2024 का अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव अंतिम चुनाव होगा, जिसमें अमेरिकी नागरिकों की सीधी भूमिका होगी।
उन्होंने अमेरिका में रह रहे अवैध आप्रवासियों के प्रभाव के बारे में चिंता जतायी है।
मस्क का यह बयान हाउस रिपब्लिकन द्वारा पारित एक नए बिल को लेकर आया है, जिसमें राष्ट्रीय जनगणना में नागरिकता के प्रश्न को शामिल करने की तैयारी है। इस कदम का व्हाइट हाउस और डेमोक्रेट के सांसदों के द्वारा विरोध किया गया है।
इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस बिल को चुनाव संबंधित किसी भी बंटवारे के लिए उपयोग की जाने वाली जनगणना से अमेरिका के स्थायी नागरिकों को छोड़कर बाकी को बाहर करने के लिए तैयार किया गया है।
इसका मतलब यह हुआ कि सिर्फ अमेरिका के स्थायी नागरिकों की संख्या के आधार पर ही कांग्रेस की सीटों की संख्या तय की जाएगी।
सदन के अध्यक्ष माइक जॉनसन ने इस बिल का बचाव किया है। उन्होंने कहा है कि यह सामान्य ज्ञान है कि केवल अमेरिकी नागरिकों को चुनावी बंटवारे के लिए गिना जाना चाहिए।
आपको बता दें कि अगर इस बिल को लागू किया जाता है तो इसका असर ऐसे राज्यों में देखने को मिलेगा, जहां अप्रवासियों की बड़ी आबादी है।
कांग्रेस में आप्रवासियों का प्रतिनिधित्व कम हो सकता है। इस बिल के आलोचकों का तर्क है कि यह चौदहवें संशोधन का उल्लंघन करता है, जिसके तहत जनगणना के दौरान प्रत्येक राज्यों में व्यक्तियों की पूरी संख्या की गिनती करना अनिवार्य है।
आपतो बता दें कि जो बाइडेन की सरकार ने जनगणना की सटीकता और गैर-राजनीतिक हस्तक्षेप की ऐतिहासिक परंपरा को बनाए रखने की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए विधेयक पर कड़ा विरोध व्यक्त किया है।
मस्क के इस बयान से इमिग्रेशन और लोकतंत्र पर इसके प्रभाव को लेकर अमेरिकी समाज और और वहां की राजनीति में गहराते विभाजन को उजागर करते हैं।
इससे यही प्रतीत होता है कि डेमोक्रेटिक पार्टी का बिल का विरोध इसलिए कर रही है कि गैर अमेरिकी नागरिकों की मदद से वह अपना चुनावी बेस बढ़ा सके।