दुर्ग
भिलाई स्थित स्वामी विवेकानन्द तकनीकी विश्विद्यालय के उप-कुलसचिव की तालाब में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब उप रजिस्ट्रार भास्कर चन्द्राकर तालाब में कमल का फूल तोड़ने उतरे थे। यह घटना ग्राम पतोरा की है। प्रोफेसर चंद्राकर के पार्थिव शरीर को दुर्ग से पीएम के बाद उनके निवास पचपेड़ी नाका नवजीवन कॉलोनी रायपुर ले जाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार आज ही दोपहर 2 बजे किया जाएगा।
दरअसल 4 सितंबर को शाम 5 बजे कार्यालयीन समय के बाद प्रोफेसर भास्कर चंद्राकर मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) के साथ अपने उतई स्थित प्लाट देखकर वापस रायपुर जा रहे थे। तभी ग्राम पतोरा (उतई) से गुजरते समय कमल फूल तोड़ने के लिए वहां के तालाब में उतरे थे, लेकिन कमल के जड़ो और दलदल की वजह से वे बाहर नहीं आ सके, फिर सहकर्मी ने गांव वालों की सहायता से उन्हें तुरंत तालाब से निकालकर सीपीआर दिया और उन्हें तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया। उन्हें बीएसपी के सेक्टर 9 होस्पिटल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जगदलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में थी मूल पदस्थापना
सीएसवीटीयू के कुलपति डॉ. अरुण अरोरा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि उप रजिस्ट्रार चंद्राकर का असमय जाना तकनीकी शिक्षा जगत के साथ हम सभी लिए व्यक्तिगत अपूरणीय क्षति है। सरल, सहज व विनम्र स्वभाव के साथ प्रो. चंद्राकर अकादमिक व प्रशासनिक क्षमता के दक्ष व्यक्तित्व थे। मूल रूप से रायपुर निवासी डॉ. चंद्राकर ने शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय जगदलपुर से लेकर सीएसवीटीयू भिलाई सहित अन्य संस्थाओं में 15 वर्षों तक अपनी सेवाएं दी। वे 4 साल से सीएसवीटीयू में प्रतिनियुक्ति पर थे। मूल पदस्थापना जगदलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में थी।