भोपाल। मध्य प्रदेश के जंगलों में इमारती लकड़ी के लिए जिस तरह से अभी कटाई होती है। उससे बहुत सारे ऐसे पेड़ कट जाते हैं। जिन्हें नहीं काटना चाहिए। वनों को संरक्षित करने के लिए वन विभाग द्वारा एलटीजीसीएस तकनीकी का उपयोग किया जा रहा है।
जबलपुर स्थित राज्य वन अनुसंधान संस्थान, वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को नई तकनीकी से प्रशिक्षित कर रहा है। लॉगिन एंड टिंबर ग्रेडिग स्किल के माध्यम से काटने योग्य पेड़ों की पहचान होगी। नई व्यवस्था लागू होने के बाद नए पेड़ों को पूर्ण विकसित होने का मौका मिलेगा।
वन अनुसंधान संस्थान में 20 वन मंडलों के 100 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। नई तकनीकी से यह पेड़ों की मार्किंग करेंगे। इसके लिए नवीन वैज्ञानिक पद्धतियों से पेड़ों का वर्गीकरण किया जाएगा। पेड़ों की कटाई को नियंत्रित किया जाएगा। जितनी कटाई की जा रही है, उससे ज्यादा वृक्ष लगाए जाएंगे। वनों के संरक्षण पर अब विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पर्यावरण संतुलन को भी वर्तमान की तुलना में और बेहतर बनाए जा सके। इसके प्रयास वन विभाग द्वारा शुरू कर दिए गए हैं।
वनों को बचाने के लिए, वन विभाग की एलटीजीएस तकनीकी
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