नई दिल्ली,। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच बयानबाजी का अब एक नया दौर शुरू हो गया है, जिसमें दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर तीखे बाण चलाए हैं। यह विवाद उस समय बढ़ गया जब खड़गे ने जम्मू-कश्मीर में एक चुनावी सभा के में कहा था कि वह तब तक जिंदा रहेंगे जब तक पीएम मोदी को सत्ता से नहीं हटाया देंगे।
अब कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने फिर से केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि मोदी-शाह की सोच में रोजगार देना नहीं, बल्कि केवल भाषण देना, फोटो खिंचाना और फीता काटना शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि जम्मू में सरकारी विभागों में 65 फीसदी पद खाली हैं और स्थानीय लोगों को नौकरियों से वंचित किया जा रहा है। यह बढ़ते आरोप-प्रत्यारोप आने वाले समय में राजनीतिक माहौल को और गरमा देंगे, जिससे यह स्पष्ट है कि दोनों दल अपने-अपने एजेंडों को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
खड़गे ने जम्मू-कश्मीर में आयोजित सभा में मोदी की नीतियों पर निशाना साधते हुए कहा था पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर आकर युवाओं के भविष्य के लिए झूठे आंसू बहा रहे हैं। असलियत ये है कि पिछले दस सालों में पूरे देश के युवाओं को अंधकार में धकेल दिया गया है। उन्होंने बेरोजगारी के हालिया आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि यह पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा है और इसके लिए मोदी जिम्मेदार हैं।
इस बयान पर अमित शाह ने खड़गे के बयान को घटिया और शर्मनाक बताया था। शाह ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था-खड़गे ने अपने भाषण में न केवल पीएम मोदी को घसीटा, बल्कि कांग्रेस के नेताओं और अपनी पार्टी के खिलाफ भी शर्मनाक बातें कहीं। शाह ने कहा कि इससे पता चलता है कि कांग्रेस के नेताओं में मोदी के प्रति कितना डर और नफरत है। शाह ने आगे कहा कि जहां तक खड़गे के स्वास्थ्य की बात है, पीएम मोदी उनके दीर्घायु और स्वस्थ रहने की प्रार्थना करते हैं। हम सभी प्रार्थना करते हैं कि वह 2047 तक विकसित भारत का निर्माण होते देखें।
मोदी-शाह की सोच में रोजगार देना नहीं, केवल भाषण देना है: खड़गे
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